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एअर इंडिया की त्रासदी में महाराष्ट्र के कई परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़ ...15 लोगों की हुई पहचान

फोटो- सोशल मीडिया


अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ान के बड़े हादसे ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है और विशेषकर महाराष्ट्र के लिए यह त्रासदी अत्यंत पीड़ादायक सिद्ध हुई है। अब तक की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस दुर्घटना में महाराष्ट्र राज्य से कुल 15 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 6 क्रू मेंबर्स और 9 यात्री शामिल हैं। मारे गए लोगों में मुंबई, ठाणे के डोंबिवली, रायगढ़ के पनवेल, पुणे के पिंपरी-चिंचवड़, ठाणे जिले का बदलापुर, नागपुर और सोलापुर जैसे विभिन्न शहरों के निवासी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त तीन मृतक विदेशी नागरिक (एनआरआई) बताए जा रहे हैं, जिनका पारिवारिक संबंध मुंबई के मलाड क्षेत्र से है। घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने आपदा नियंत्रण केंद्र को सक्रिय करते हुए विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर सहायता उपलब्ध कराई जा सके। राज्य आपदा नियंत्रण विभाग के अनुसार, अब तक इस हेल्पलाइन नंबर पर कुल 11 कॉल प्राप्त हुए हैं, जिनमें प्रभावित परिजनों ने मृतकों की जानकारी दी है या सहायता की मांग की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आपदा नियंत्रण केंद्र में कार्यरत कर्मियों को सतर्क रहने का आदेश दिया है। उन्होंने अहमदाबाद, दिल्ली और एअर इंडिया के नियंत्रण कक्षों से लगातार संपर्क बनाए रखने का निर्देश भी दिया है ताकि महाराष्ट्र से संबंधित किसी भी यात्री या क्रू सदस्य के परिवार को सहायता पहुंचाने में कोई देरी न हो। डिजास्टर कंट्रोल विभाग ने प्रमुख स्थानों पर एम्बुलेंस तथा राहत कर्मियों की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली है। इस बीच, मृतकों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है, जिसमें शामिल होने के लिए परिजन अहमदाबाद पहुंच रहे हैं।

एअर इंडिया के इस विमान में सवार महाराष्ट्र से जिन क्रू मेंबर्स की पहचान हुई है, उनमें सुमित सभरवाल और अपर्णा महाडिक (मुंबई), मैथिली पाटील (पनवेल), रोशनी सोनघारे (डोंबिवली), दीपक पाठक (बदलापुर) और इरफान शेख (पुणे, पिंपरी) शामिल हैं। इनके अतिरिक्त जिन यात्रियों की मृत्यु की पुष्टि हुई है, वे हैं—महादेव पवार और आशा पवार (सोलापुर), यशा कामदार, रक्षा मोधा और रुद्र मोधा (नागपुर), और तीन एनआरआई—अमनी अली सैयद, जयान सैयद तथा मरियम सैयद—जिनका संबंध मुंबई के मलाड से है। इन मृतकों के नाम राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष ने आधिकारिक रूप से जारी किए हैं और संबंधित जिलों के प्रशासन को सूचित किया गया है ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

घटना के बाद प्रभावित परिवारों की स्थिति अत्यंत करुणाजनक बनी हुई है। कई परिजन पहचान के लिए अहमदाबाद पहुंच चुके हैं और कुछ रास्ते में हैं। सरकार द्वारा संबंधित अस्पतालों में परिजनों के ठहरने, भोजन और परिवहन की व्यवस्था की गई है। डीएनए सैंपलिंग प्रक्रिया में परिवारजनों का सहयोग लिया जा रहा है ताकि शेष शवों की यथाशीघ्र पहचान की जा सके। राज्य सरकार ने आवश्यकतानुसार आर्थिक सहायता और मनोवैज्ञानिक परामर्श की व्यवस्था करने का भी आश्वासन दिया है। वहीं, घटना की जांच का कार्य भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा गठित विशेष तकनीकी समिति द्वारा किया जा रहा है, जिसमें विमान की यांत्रिक स्थिति, उड़ान भरने से पूर्व किए गए निरीक्षण, मौसम की जानकारी और पायलट कम्युनिकेशन आदि बिंदुओं की जांच की जा रही है।

फोटो : नवभारतटाइम.काॅम

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार इस दुर्घटना से प्रभावित प्रत्येक परिवार के साथ खड़ी है और आवश्यक हर सहायता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार और गुजरात प्रशासन के समन्वय से प्रभावित परिवारों को अंतिम संस्कार, पार्थिव शरीर के स्थानांतरण और चिकित्सा संबंधित मदद भी प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि मृतकों के नामों की अंतिम सूची की पुष्टि डीएनए जांच के बाद ही की जाएगी और तब तक राज्य सरकार हर संभावित नाम पर सावधानीपूर्वक नजर रखे हुए है।

इस हृदयविदारक हादसे ने महाराष्ट्र के कई शहरों के परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है। विशेषकर मलाड के एक ही परिवार के तीन एनआरआई सदस्यों की मृत्यु ने प्रवासी समुदाय में भी दुख की लहर दौड़ा दी है। नागपुर से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु, सोलापुर से पति-पत्नी का निधन, तथा डोंबिवली, पनवेल और पुणे जैसे स्थानों से उड़ान में सवार क्रू सदस्यों की मृत्यु से राज्य के कई हिस्सों में शोक का वातावरण है। प्रशासन ने सभी जिला अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि वे संबंधित परिवारों के संपर्क में रहें और उनकी जरूरतों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लें।

इस प्रकार अहमदाबाद विमान हादसे ने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि विशेष रूप से महाराष्ट्र में गहरा शोक और असमंजस उत्पन्न किया है। राज्य सरकार, आपदा नियंत्रण विभाग और स्थानीय प्रशासन मिलकर हर स्तर पर राहत कार्यों को सुचारु रूप से संपन्न करने में जुटे हैं। मृतकों की पहचान, पार्थिव शरीरों का परिवहन, परिजनों को सहायता और मृतकों की स्मृति में सम्मानजनक व्यवस्था करने का क्रम जारी है। इस भीषण त्रासदी के प्रभाव से महाराष्ट्र राज्य लंबे समय तक उबरने की कोशिश करता रहेगा।

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